एक घंटा व्यायाम करें
इंसान सोचता तो यह है कि वह अपने लिए जी रहा है, लेकिन वह जिस तरह समय ख़र्च करता है, उससे यह लगता ही नहीं है कि वह अपने लिए जी रहा है। अक्सर वह ऐसी नौकरी करता है, जिसमें उसे मज़ा नहीं आता है। अक्सर वह ऐसा खाना खाता है, जो उसकी पत्नी या बच्चों की पसंद के हिसाब से बनता है। जब वह थका-माँदा घर लौटता है, तो उसे टी.वी. पर भी दूसरों की पसंद के कार्यक्रम देखने पड़ते है। यानी वह अपने लिए तो समय निकल ही नहीं पाता।
आपको हर दिन एक घंटा खुद के लिए निकालना चाहिए। तेईस घंटे दूसरों के लिए, एक घंटा अपने लिए। और इस एक घंटे में आपको अपने शरीर की देखभाल करनी चाहिए। अपने स्वास्थ और सौंदर्य की देखभाल करने के लिए एक घंटे का समय ज्यादा नहीं है। आख़िर शरीर की बदौलत ही तो आप अपने सारे काम कर रहे है। अगर यही स्वस्थ न रहे, तो आप इस सुन्दर संसार का आनंद कैसे ले पाएँगे ? यही तो वह मुर्गी है, जो रोज़ आपको सोने के अंडे देती है और आप है कि इसी का पेट चीरने पर आमादा है। आप सुबह से शाम तक स्वादिष्ट चीज़े कहते रहते है, जिनकी शरीर को जरूरत नहीं होती और जिस व्यायाम की इसे ज़रूरत होती है, उसे आप कभी नहीं करते है। अब आप ही बताए कि यह शरीर के साथ अन्याय नहीं, तो और क्या है ?
ध्यान रखें, यदि आपने अपने शरीर का ध्यान रखने के लिए समय नहीं निकाला, तो आपका बाक़ी समय (और जीवन ) भी ख़तरे में पड़ जाएगा। इसीलिए इस सिद्धांत को इस वेबसाइट में शामिल किया गया है। आप सोच रहे होंगे की समय बचाने वाले टाइम मैनेजमेंट वेबसाइट में समय ख़र्च करने की सलाह क्यों दी जा रही है। इसलिए, क्योंकि इस एक घंटे का असर आपके बाकि तेईस घंटों पर पड़ेगा। व्यायाम तो एक निवेश है, जिसका आपको समय-प्रबंधन के संदर्भ में कई गुना फ़ल मिलेगा।
एक घंटे में आपको अपने शरीर की देखभाल करनी है। टहलना है, व्यायाम करना है, योगा क्लास या जिम जाना है, अपने शरीर की मालिश करनी है, यानि कुल मिलाकर शरीर के स्वास्थ पर ध्यान देना है। समय-प्रबंधन के क्षेत्र में व्यायाम के कई लाभ है - एक तो इससे आपका स्वास्थ अच्छा रहता है, जिससे बिमारी के कारण आपका क़ीमती समय नष्ट नहीं होता। दूसरे, इससे आपके शरीर के साथ-साथ दिमाग़ में भी स्फूर्ति और चुस्ती आ जाती है। तीसरे, आपका आलस दूर हो जाता है और आप अपने महत्त्वपूर्ण कार्य पुरे जोश से करने में जुट जाते है। व्यायाम से आपका शरीर गठीला रहेगा और आपका हुलिया अच्छा दिखेगा। यदि आप सेल्समैन है, तो अच्छा हुलिया बहुत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि आकर्षक और शारीरिक दॄष्टि से फ़िट सेल्समैन से लोग ज्यादा प्रभावित होते है।
बस एक बात का ध्यान रखें। व्यायाम सही तरह से करें। अक्सर लोग कहते है, 'मै आज आधा घंटा पैदल चला।' महत्त्वपूर्ण तो यह है कि उस आधा घंटे में आप कितने किलोमीटर पैदल चले और कितनी तेज़ी से चले। यदि आप पैदल चलकर व्यायाम कर रहे है, तो इसके लिए आपको दुरी और समय का सही मिश्रण करना होगा। आदर्श घूमना होता है पचास मिनिट में पाँच किलोमीटर। वैसे बेहतर यही रहेगा कि आप अपनेव्ययम् केवल पैदल चलने तक ही सीमित न रखें। जॉगिंग करे, योग करें, वेटलिफ्टिंग करें, ताकि व्यायामों की विविधता रहे। तीस मिनिट में तीन किलोमीटर पैदल चले और तीस मिनिट में बाकी व्यायाम करें। पैदल चलने के लिए सही समय सूर्योदय के पहले रहता है, क्योंकि उस समय वातावरण में प्रदुषण नहीं होता है और ताज़ा ऑक्सीजन आपके फेफड़ों और दिमाग़ में पहुँचकर आपको ताज़गी से भर देती है।
छत की मरम्मत का समय तब होता है, जब सूरज चमक रहा हो।
- जॉन ए.फ. केनेडी
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