Electro magnetic field
दोस्तों जिसे हम लोग आम भाषा में आत्मा, भूत या देव ईत्यादि
नामों से जानते हैं वास्तव में वो एक "electro magnetic filed" है, यानी
विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र हैं। और इस चुम्बकीय क्षेत्र में हमारे
जन्म-जन्मांतरों के डेटा "चुम्बकीय तरंगो" के रूप में रक्षित होते हैं।
दोस्तों कम्प्यूटर, सी डी या हार्ड डिस्क इत्यादि में रक्षित
सभी डेटा मूल रूप में "electro magnetic filed" के रूप में ही रक्षित होते
हैं। और सीडी या हार्ड डिस्क ईत्यादी घटक तो मात्र इन चुम्बकीय तरंगो को
सुरक्षित रखने का साधन मात्र होते हैं। बाकी ये सभी डेटा कम्प्यूटर ईत्यादि
के माध्यम से "चुम्बकीय तरंगो" के रूप में ब्रम्हांड में ही रक्षित होते
हैं। बिना कम्प्यूटर इत्यादि के सहयोग के बिना इनका निर्माण नही हो सकता।
बिल्कुल ठीक ऐसे ही हमारी आत्मा रुपी ऊर्जा के कण पर
जन्म-जन्मान्तर के हमारे विचारों, भावों और कर्मो के डेटा रिकॉर्ड होते
हैं। जब हम जन्म लेते हैं तब आत्मा के साथ ये रिकॉर्डेड डेटा शरीर के विकास
के साथ न्यूरोन्स द्वारा रीड होकर शरीर रूपी कम्प्यूटर के साथ रन होने
लगते हैं। जन्म-जन्मांतरों से रक्षित ये डेटा एक प्रोग्राम के रूप में
हमारे स्वभाव के साथ सक्रीय हो जाते हैं। और उन्हीं रिकॉर्डेड प्रोग्राम के
चलते हमारा स्वभाव चुनाव प्रक्रिया द्वारा कर्मो का चुनाव कर अच्छे-बुरे
परिणामों की यात्रा करता हैं। और इसके साथ-साथ हमारा कम्युटर सिस्टम इस
जन्म के भावों, विचारों और कर्मो को निरंतर अपनी मैमोरी में "electro
magnetic filed" के रूप में निरंतर रिकॉर्ड करता रहता हैं।
एक बात ध्यान
रखे की जैसे हार्ड डिस्क ईत्यादि में डेटा को रक्षित करने के लिये कंप्यूटर
इत्यादि घटक की आवश्यकता होती हैं ठीक वैसे ही हमारी आत्मा पर रक्षित ये
डेटा भी बिना शरीर के ना तो रिकॉर्ड हो सकते हैं और ना ही रन हो सकते हैं।
इसलिए अक्सर हम कथाओं में सुनते हैं की देवता लोग भी ये मनुष्य शरीर पाने
हेतू लालायित रहते हैं। क्योकि बिना शरीर के देवता भी कुछ नही कर सकते और
ना ही प्रेत कुछ कर सकते हैं।
अक्सर हम जब किसी शरीर में देव या प्रेत ईत्यादि की उपस्थिति
देखते हैं तब व्यक्ति के शरीर की हरकते बदल जाती हैं। उसकी आवाज इत्यादि भी
बदल जाती हैं। मित्रों आत्मा, प्रेत या देव ईत्यादि के "electro magnetic
filed" किसी शरीर में प्रवेश नही करते बल्कि हमारे मस्तिष्क के न्यूरोन्स
इनके द्वारा भेजे गये चुम्बकीय सन्देशों को रीड कर प्रतिक्रिया शुरू कर
देते हैं। जैसे एक सीडी में लतामंगेशकर के गाने हैं तो क्या सीडी पड़े-पड़े
बोल उठेगी ? नही ना... उसके लिए हमे कम्प्यूटर या सीडी प्लेयर ईत्यादि की
जरुरत होगी। सीडी में रक्षित डेटा का सम्पर्क कम्प्यूटर ईत्यादि से होने पर
ही लता मंगेशकर की आवाज में गाने बजने शुरू होंगे। बस ठीक इसी तरह हमारे
मष्तिष्क के न्यूरोन्स ऐसे ही किसी Magnetic Field ke संपर्क में आने पर
वैसी ही प्रतिक्रिया देंगे।
दोस्तों सारा का सारा संसार इन्ही तरंगो के रहस्यों से भरा
पड़ा हैं। जो मैंने आपको बताया हैं वैसा आपने कही नही पढ़ा होगा। क्योंकि ये
शोध बिलकुल नई हैं जिस पर विशवास कर मान लेना अभी फिलहाल नामुनकिन हैं। पर
मित्रों इन पर बहुत शोध चल रहा हैं और आने वाले सौं वर्षों में इस क्षेत्र
में एक बहुत बड़ी क्रांति देखी जा सकती हैं। आजतक हम जो सुन रहे हैं और पढ़
रहे हैं वो धर्म और धार्मिक ग्रंथों की सीमा के दायरे में सिमित हैं। पर
इस फिलोसोफी तक पहुँचने के लिए आपको धर्म की सीमाओं से ऊपर उठना होगा।
लिखने को और बताने को बहुत कुछ हैं पर समय का अभाव हैं दोस्तों। जब भी समय मिलेगा तब इस विषय पर और चर्चा करेंगे।
मेरे विचार और सोच लीक से हटकर हैं। और मैं जानता हूँ की
वर्तमान परिपेक्ष में इन तथ्यों को स्वीकारा जाना नामुनकिन हैं। क्योकि
भविष्य की बातों को वर्तमान में स्वीकार करना कठिन हैं। ये विचार मेरे
स्वतंत्र विचार हैं, मैं किसी पर अपने विचार थोप नही रहा हूँ। किसी को
इसमें रूचि हैं तो स्वयं शोध करें। ध्यान के माध्यम से ब्रम्हांड की इन
सूक्ष्मताओं से संपर्क किया जा सकता हैं। ध्यान के सहारे जब आप की ऊर्जा
सहस्त्रार तक पहुँचती हैं तो आपके मष्तिष्क में चींटिया सी रेंगने लगती
हैं। विज्ञान की भाषा में आपके न्यूरोन्स को अत्यधिक ऊर्जा मिलती हैं जिसके
चलते आपके न्यूरोन्स की सेन्सेटिविटी बढ़ जाती हैं। और इसी के चलते आपकी
चुंबकीय तरंगे ब्रम्हाण्डीय रहस्यों को खोजने में कामयाब हो जाती हैं।
Astrologer & Philopher
Gopal Arora
We are grateful to Mr. Gopal Arora ji for compiling "Electro magnetic field" sharing with us.
यदि आपके पास भी Hindi में
कोई article, inspirational
story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो
कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें। हमारी Id है - safalbhariudaan@gmail.com पसंद
आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे । Thank You !
0 Comments:
Post a Comment